एक लंबा सफ़र: प्रदीप राणा
आप सभी को मेरा नमस्कार, पैलाग। मेरा नाम प्रदीप राणा है। मैं गरुड़, बागेश्वर, उत्तराखंड (भारत) से हूं। मेरा मानना है कि आपके जीवन में इन दो चीजों में से एक अवश्य होनी चाहिए। क) पैसा(अमीर) या ख) प्रतिभा (प्रतिभा), नज़र या सपना। मैं अमीर परिवार से नहीं हूं, मेरे माता-पिता किसान हैं। लेकिन मैंने दसवीं कक्षा में हॉलीवुड फिल्मों से सैन फ्रांसिस्को जाने का सपना देखा और दो साल तक हर दिन फिल्में देखना शुरू कर दिया। 12वीं पास करते-करते अमेरिका जाना मेरे दिल में एक अलग प्यार बन गया। लेकिन आप जानते हैं कि हमारे घर में पहले पढ़ाई, फिर नौकरी, फिर शादी, फिर ढेर सारी जिम्मेदारियां। मेरे पिता ने मुझे ट्रैवल टूरिज्म में एडमिशन नहीं लेने दिया और बड़ा भाई इंजीनियर था, इसलिए मुझे भी देहरादून में आईटी में एडमिशन मिल गया। परिवार ने पैसा लगाया था, इसलिए मुझे पढ़ाई करनी थी, 6 महीने तक अच्छे से पढ़ाई की और पहला सेमेस्टर भी अच्छे से पास कर लिया। लेकिन दिल कभी खुश नहीं था, वही रोजमर्रा की जिंदगी अपनाकर कुछ अलग और कुछ रोमांच करना चाहता था, हर दिन को नए तरीके से जीना चाहता था ले...